चंडीगढ़ में बिजली सेवाओं में सुधार: सीपीडीएल की नई पहलें क्या हैं?
चंडीगढ़ में बिजली वितरण: उठते कदम और चुनौतियाँ
पिछले कुछ महीनों में चंडीगढ़ पावर डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (सीपीडीएल) ने देश की शहरी बिजली वितरण प्रणाली में कई महत्वपूर्ण परिवर्तनों का अनुभव किया है। इस क्षेत्र में बदलाव की एक झलक हाल ही में सरकार की एक समीक्षा बैठक में मिली, जिसमें मुख्य सचिव श्री राजीव वर्मा ने सीपीडीएल के प्रदर्शन का मूल्यांकन किया।
सीपीडीएल का प्रदर्शन: वर्तमान स्थिति
1 फरवरी 2023 को बिजली वितरण के जिम्मेदारी के हस्तांतरण के बाद से, सीपीडीएल ने बिजली वितरण की गुणवत्ता में सुधार के लिए कई पहलों की शुरुआत की है। मुख्य सचिव ने इस बैठक में चंडीगढ़ में अनिर्धारित बिजली कटौतियों और दीरी से प्रतिक्रिया के चलते उपभोक्ताओं की चिंता को ध्यान में रखते हुए सीपीडीएल की योजनाओं का अवलोकन किया।
- बुनियादी ढांचे का सुदृढ़ीकरण
सीपीडीएल ने ग्रिड के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए विभिन्न कदम उठाए हैं, जिसमें:
- ग्रिड सबस्टेशनों का रखरखाव: नियमित, अनुसूचित शटडाउन के माध्यम से।
- नए तकनीकी उपाय: फॉल्ट रिस्पांस टीमों (FRTs) की नियुक्ति, जो उपभोक्ता शिकायतों का त्वरित समाधान करती हैं।
ग्राहक सेवा पहल
सीपीडीएल ने उपभोक्ताओं के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए कई ग्राहक सेवा पहलों की शुरुआत की है:
- 24×7 कॉल सेंटर: जहाँ उपभोक्ता अपनी समस्याएं तुरंत बता सकते हैं।
- व्हाट्सएप हेल्पलाइन: जिससे उपभोक्ता नई सुविधाओं के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
- 72 घंटों में नए बिजली मीटर लगाना: पहले उपभोक्ताओं को सामान खरीदना पड़ता था, अब यह सीपीडीएल अपने स्तर पर करेगा।
प्रमुख चुनौतियाँ
हालांकि सीपीडीएल कई सफलताओं का अनुभव कर रहा है, पुराने बुनियादी ढांचे और उपकरणों के खराब होने की भी चुनौतियाँ हैं। मुख्य सचिव को बताया गया कि:
- पुरानी प्रणालियाँ: अक्सर समस्याएं उत्पन्न करती हैं, विशेषत: गर्मियों के चरम मौसम में।
- कर्मचारी कमी: जनशक्ति का अभाव, जिसके कारण आउटसोर्स कर्मियों की सहायता ली जा रही है।
भविष्य की योजनाएँ और रणनीतियाँ
समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव को यह भी बताया गया कि सीपीडीएल ने भविष्य के लिए कई रणनीतिक उपायों पर विचार किया है:
- साइबर सुरक्षा ढांचा: ताकि डेटा और सेवाएं सुरक्षित रह सकें।
- "आइलैंडिंग नेटवर्क" की योजना: जो ग्रिड फेल होने की स्थिति में आवश्यक सेवाओं को निर्बाध बिजली प्रदान करेगा।
साथ ही, चंडीगढ़ के बिजली वितरण नेटवर्क के काम को और बेहतर बनाने के लिए पीएम सूर्य घर-मुफ्त बिजली योजना (पीएमएसजी-एमबीवाई) का रोलआउट जारी है। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि बिजली व्यवधानों को कम से कम किया जाए और प्रतिक्रिया समय में सुधार हो।
निष्कर्ष
चंडीगढ़ में सीपीडीएल की सुधारात्मक पहलों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि शहर के नागरिकों को एक न्यूनतम व्यवधान और प्रभावशाली बिजली आपूर्ति देने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। इस क्षेत्र में निरंतरता और समर्पण के साथ, आगामी समय में चंडीगढ़ बिजली वितरण वितरण प्रणाली का एक महत्वपूर्ण उदाहरण बन सकता है।
इन पहलों और उपायों से उम्मीद है कि चंडीगढ़वासी एक विश्वसनीय और कुशल बिजली आपूर्ति का अनुभव करेंगे, जो कि एक स्थायी और प्रगतिशील शहरी जीवन के लिए आवश्यक है।