15 मई 2025: पेट्रोल-डीजल की कीमतों में राहत! जानें ताजा दाम और कारण
देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें हमेशा चर्चा का विषय रहती हैं, क्योंकि इनका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ता है। हाल ही में पेट्रोल-डीजल के दामों में गिरावट की खबरें आई हैं, जिससे लोगों को बड़ी राहत मिली है। 15 मई 2025 से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मामूली कमी देखी गई है। यह बदलाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और सरकार की टैक्स नीति के कारण आया है।
हर राज्य और शहर में पेट्रोल-डीजल के दाम अलग-अलग होते हैं, क्योंकि इनमें राज्य सरकारों के टैक्स, ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट और अन्य लोकल चार्जेज शामिल होते हैं। तेल कंपनियां हर दिन सुबह 6 बजे नई कीमतें जारी करती हैं। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि 15 मई 2025 को पेट्रोल-डीजल के ताजा दाम क्या हैं, किस राज्य में कितनी राहत मिली है और आगे क्या उम्मीद की जा सकती है।
15 मई 2025 की पेट्रोल-डीजल की कीमतें
राज्य/शहर | पेट्रोल (₹/लीटर) | डीजल (₹/लीटर) |
दिल्ली | 94.77 | 87.67 |
मुंबई | 103.50 | 90.03 |
चेन्नई | 100.80 | 92.39 |
कोलकाता | 105.41 | 92.02 |
बेंगलुरु | 102.92 | 90.99 |
हैदराबाद | 107.46 | 95.70 |
इन दामों में पिछले कुछ महीनों की तुलना में थोड़ी राहत मिली है। हालांकि, हर राज्य में वैट और अन्य टैक्स के कारण कीमतों में थोड़ा फर्क रहता है।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में राहत क्यों?
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट
- सरकार द्वारा टैक्स में कटौती
- तेल कंपनियों की लागत में कमी
- वैश्विक मांग में कमी और सप्लाई में बढ़ोतरी
पेट्रोल-डीजल की कीमतें कैसे तय होती हैं?
- इंटरनेशनल क्रूड ऑयल प्राइस: भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों पर निर्भर करती हैं।
- डॉलर-रुपया एक्सचेंज रेट: डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर या मजबूत होने पर भी कीमतें बदलती हैं।
- टैक्स और ड्यूटी: केंद्र और राज्य सरकारें एक्साइज ड्यूटी और वैट लगाती हैं, जिससे कीमतें बढ़ती या घटती हैं।
- ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट: तेल रिफाइनरी से पेट्रोल पंप तक पहुंचाने का खर्च भी कीमत में जुड़ता है।
- ऑयल मार्केटिंग कंपनी का मार्जिन: इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम, हिंदुस्तान पेट्रोलियम जैसी कंपनियां अपना मुनाफा भी जोड़ती हैं।
पेट्रोल-डीजल के दाम घटने से क्या फायदे होंगे?
- आम जनता को राहत: ट्रांसपोर्ट, ट्रैवल, और रोजमर्रा की चीजों की कीमतों में कमी आ सकती है।
- ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री को फायदा: ट्रक, बस, टैक्सी ऑपरेटर्स की लागत घटेगी।
- महंगाई पर असर: पेट्रोल-डीजल सस्ता होने से महंगाई पर थोड़ी लगाम लग सकती है।
- कंज्यूमर स्पेंडिंग बढ़ेगी: लोग ईंधन पर कम खर्च करेंगे, जिससे बाकी चीजों पर खर्च बढ़ेगा।
क्या आगे भी पेट्रोल-डीजल सस्ता हो सकता है?
अगर इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतें और गिरती हैं और डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत रहता है, तो पेट्रोल-डीजल के दाम और कम हो सकते हैं। सरकार भी टैक्स में कटौती करके दाम घटा सकती है। लेकिन, अगर क्रूड ऑयल महंगा हुआ या टैक्स बढ़ा, तो कीमतें फिर बढ़ सकती हैं।
निष्कर्ष
15 मई 2025 को पेट्रोल-डीजल के दामों में हल्की राहत मिली है। दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता सहित देश के सभी बड़े शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम में मामूली कमी देखी गई है। इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतें घटने और सरकार की टैक्स नीति के कारण यह राहत मिली है। अगर यही ट्रेंड जारी रहा, तो आगे और राहत मिल सकती है।
Disclaimer:
यह आर्टिकल पेट्रोल-डीजल की ताजा कीमतों और उनसे जुड़े बदलावों की जानकारी पर आधारित है। पेट्रोल-डीजल के दाम रोजाना बदलते हैं, इसलिए अपने शहर के ताजा रेट जानने के लिए स्थानीय पेट्रोल पंप या कंपनी की वेबसाइट जरूर चेक करें।