FD में निवेश करने से पहले जानें टैक्स नोटिस से बचने के आसान तरीके!
आजकल के समय में ज्यादातर लोग अपनी बचत को सुरक्षित और बढ़ाने के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) का विकल्प चुनते हैं। FD का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें आपका पैसा सुरक्षित रहता है और निश्चित ब्याज पर निश्चित रिटर्न मिलता है। हालांकि, कई बार FD में अधिक रकम रखने या ब्याज आय वृद्धि के कारण आयकर विभाग की नजर आप पर आ सकती है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि बैंक में कितनी FD रखने पर आयकर नोटिस नहीं आएगा? इस लेख में, हम यह समझेंगे कि FD में निवेश करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, TDS की सीमाएं क्या हैं, और आयकर नोटिस से कैसे बचा जा सकता है।
FD में निवेश और उसकी सुरक्षित सीमा
FD में निवेश करते समय सबसे जरूरी बात यह है कि FD पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स और FD में जमा रकम की सुरक्षित सीमा क्या है। आयकर विभाग कुछ खास सीमा के बाद आपकी FD या बैंक ट्रांजेक्शन पर ध्यान देता है। अगर आप इन सीमाओं के अंतर्गत रहते हैं, और ब्याज आय को सही तरीके से आयकर रिटर्न (ITR) में दिखाते हैं, तो आपको आयकर नोटिस आने की संभावना बहुत कम होती है।
बिंदु | जानकारी |
FD पर TDS कटने की लिमिट (2025-26) | सामान्य नागरिक: ₹50,000/वर्ष, वरिष्ठ नागरिक: ₹1,00,000/वर्ष |
FD पर ब्याज आय टैक्स स्लैब | आपकी कुल आय के टैक्स स्लैब के अनुसार |
FD में जमा रकम पर IT नोटिस कब? | जब FD में कुल जमा ₹10 लाख/वर्ष से ज्यादा हो |
FD ब्याज पर TDS की दर | PAN देने पर 10%, बिना PAN 20% |
FD ब्याज पर टैक्स छूट (धारा 80C) | 5 साल की टैक्स सेविंग FD पर ₹1.5 लाख तक छूट |
FD ब्याज पर टैक्स छूट (धारा 80TTB) | वरिष्ठ नागरिकों को ₹50,000 तक ब्याज पर छूट |
ब्याज आय को ITR में दिखाना जरूरी? | हां, हर साल ब्याज आय ITR में दिखाना जरूरी |
FD में जमा रकम की सुरक्षित सीमा | ₹10 लाख/वर्ष से कम FD पर IT नोटिस की संभावना कम |
FD पर TDS की नई लिमिट
- 1 अप्रैल 2025 से, FD पर TDS की लिमिट सामान्य नागरिकों के लिए ₹50,000/वर्ष और वरिष्ठ नागरिकों के लिए ₹1,00,000/वर्ष हो गई है।
- अगर आपकी FD से सालाना ब्याज आय इस लिमिट से कम है, तो बैंक TDS नहीं काटेगा।
- अगर ब्याज आय लिमिट से ज्यादा है, तो बैंक 10% TDS काटेगा (अगर आपने PAN दिया है) या 20% (अगर PAN नहीं दिया है)।
आयकर नोटिस से कैसे बचें?
- हर साल FD ब्याज आय को सही तरीके से ITR में दिखाएं।
- FD में जमा रकम का स्रोत स्पष्ट रखें जैसे कि सैलरी, व्यवसाय, विरासत आदि।
- FD से जुड़े सभी दस्तावेज, ब्याज प्रमाणपत्र, TDS प्रमाणपत्र संभालकर रखें।
- PAN बैंक को जरूर दें।
- FD में कैश डिपॉजिट ₹10 लाख से ज्यादा न करें और अगर करें तो उसके स्रोत को बताएं।
- समय पर ITR फाइल करें और सभी जानकारी सही भरें।
तब क्या करें यदि आयकर नोटिस मिले?
- नोटिस का जवाब समय पर दें।
- FD से जुड़े सभी दस्तावेज, ब्याज प्रमाणपत्र, TDS प्रमाणपत्र, स्रोत जमा करें।
- FD में जमा रकम का स्रोत स्पष्ट बताएं।
- जरूरत पड़े तो टैक्स विशेषज्ञ या CA से सलाह लें।
- नोटिस का जवाब ऑनलाइन या ऑफलाइन ITD के निर्देश के अनुसार दें।
FD एक सुरक्षित निवेश विकल्प है, लेकिन सही जानकारी और अच्छे प्रबंधन की आवश्यकता होती है। FD के माध्यम से बचत करना सुनिश्चित करता है कि आपका पैसा सुरक्षित है और आपको नियमित आय प्राप्त होती है। सही नियम और टैक्स अनुपालन को जानकर, आप न केवल अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकते हैं बल्कि आयकर नोटिस से भी सुरक्षित रह सकते हैं। इसलिए, हमेशा अपनी आय और निवेश को सही तरीके से प्रबंधित करें।