फतेहाबाद में अणु संयंत्र दौरे पर पहुंचे सीएम नायब सैनी और मंत्री मनोहर लाल!
हरियाणा में 2800 मेगावाट का अणु संयंत्र: सीएम नायब सैनी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल की यात्रा
हाल ही में हरियाणा के फतेहाबाद जिले के गोरखपुर गांव में स्थापित किए जा रहे 2800 मेगावाट के अणु संयंत्र का दौरा करने के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर पहुंचे। इस संयंत्र का महत्व न केवल राज्य के लिए, बल्कि देश की ऊर्जा सुरक्षा के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। आइए जानते हैं इस संयंत्र के बारे में विस्तार से।
संयंत्र की विशेषताएँ
गोरखपुर में स्थापित होने वाला यह अणु संयंत्र भारतीय परमाणु शक्ति निगम लिमिटेड (NPCIL) द्वारा विकसित किया जा रहा है। यह संयंत्र कुछ विशेष बातों के लिए चर्चा में है:
- कुल क्षमता: 2800 मेगावाट
- उत्पादन का प्रारंभ: 2031 और 2032 में 1400 यूनिट का उत्पादन शुरू किया जाएगा।
- वित्तीय निवेश: इस परियोजना में लगभग 42,000 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है।
- स्वामित्व वितरण: इस संयंत्र द्वारा उत्पादित 50% बिजली हरियाणा को मिलेगी, जबकि बाकी 50% केंद्र सरकार को।
यात्रा का उद्देश्य और चर्चा
सीएम नायब सैनी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल की यात्रा का मुख्य उद्देश्य संयंत्र की वर्तमान स्थिति का आकलन करना और अधिकारियों के साथ मिलकर आवश्यक रणनीतियाँ तय करना था। यात्रा के दौरान उन्होंने एनपीसीआईएल के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मिटींग की, जिसमें संयंत्र के निर्माण से जुड़े तकनीकी मुद्दों और समयसीमा पर चर्चा की गई।
मुख्यमंत्री ने इस बात पर ज़ोर दिया कि अणु संयंत्र विकसित करने की प्रक्रिया में आ रही चुनौतियों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने यह बताया कि अणु संयंत्र की स्वीकृति 2014 में मिली थी, लेकिन इसके निर्माण में आने वाली कुछ तकनीकी कठिनाइयों के कारण इसमें देर हो रही है।
परियोजना का महत्व
इस अणु संयंत्र के कई महत्व हैं:
- यह हरियाणा के लिए एक महत्वपूर्ण बिजली उत्पादक संयंत्र होगा, जो राज्य की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करेगा।
- राष्ट्रीय ऊर्जा सुरक्षा के लिए इसका बड़ा योगदान होगा, जिससे देश की औद्योगिक विकास को गति मिलेगी।
- स्थानीय रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे, जो क्षेत्र के विकास को समर्थन देगा।
इस परियोजना की सफलता न केवल हरियाणा, बल्कि आसपास के राज्यों के लिए भी नई ऊर्जा प्रदान कर सकती है।
निष्कर्ष
गोरखपुर में स्थापित होने जा रहा 2800 मेगावाट का अणु संयंत्र हरियाणा के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सीएम नायब सैनी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल की यात्रा ने इस परियोजना की प्रगति की दिशा में एक सकारात्मक संकेत दिया है। यह संयंत्र भविष्य में न केवल बिजली की आवश्यकता को पूरा करेगा, बल्कि आदान-प्रदान और आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
ऐसी परियोजनाओं के सफल कार्यान्वयन के माध्यम से, भारत अपनी ऊर्जा जरूरतों को अधिक स्थायी और सुरक्षित तरीके से पूरा कर सकता है। हमें उम्मीद है कि इस अणु संयंत्र का सफल संचालन प्रदेश और देश दोनों के लिए लाभकारी साबित होगा।