RBI KYC नियम 2025: घर बैठे आसानी से करें KYC अपडेट, जानें नई सुविधाएं!
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आने वाले वर्ष 2025 के लिए कुछ महत्वपूर्ण KYC (आपकी पहचान की पुष्टि) नियमों की घोषणा की है। इन नियमों का उद्देश्य ग्राहकों को अधिक सुविधा और आसानी प्रदान करना है। अब आपको KYC अपडेट कराने के लिए बैंक शाखा में जाने की आवश्यकता नहीं है। इस लेख में हम इन नई गाइडलाइनों के प्रमुख बिंदुओं का अवलोकन करेंगे और देखेंगे कि ये ग्राहकों के लिए कैसे फायदेमंद हैं।
वीडियो KYC से होगी पहचान की पुष्टि
RBI की नई व्यवस्था के अनुसार, अब ग्राहक वीडियो-आधारित ग्राहक पहचान प्रक्रिया (V-CIP) के माध्यम से KYC अपडेट कर सकेंगे। यह विशेष रूप से बुजुर्गों, एनआरआई और दूर-दूर के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा। अब ग्राहकों को लंबी लाइनों में खड़े होने की जरूरत नहीं पड़ेगी, इसके बजाय वे अपने घर से ही एक वीडियो कॉल के जरिए अपनी पहचान प्रमाणित कर सकेंगे।
अब किराना दुकानदार और NGO भी कर सकेंगे KYC अपडेट
यह निर्णय खासकर उन ग्रामीण और छोटे शहरों के ग्राहकों के लिए महत्वपूर्ण है, जहां बैंकों की पहुंच सीमित होती है। RBI के अनुसार, बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट्स (BC), जैसे कि किराना दुकानदार, NGO और SHG, अब ग्राहकों का KYC अपडेट करने के लिए मान्यता प्राप्त कर सकते हैं। इससे ग्राहकों को बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठाने में आसानी होगी।
केवल होम ब्रांच ही नहीं
पहले ग्राहक को अपने होम ब्रांच में जाकर KYC अपडेट कराना होता था, लेकिन अब वे किसी भी नजदीकी शाखा से यह कार्य कर सकते हैं। यह सुविधा खास तौर पर उन शहरों में कामकाज करने वालों के लिए फायदेमंद है, जिन्हें अपने मूल शाखा में बार-बार जाना कठिन होता था।
KYC प्रक्रिया अब होगी आसान और पेपरलेस
RBI की नई गाइडलाइनों के तहत ग्राहक अब लंबे कागजी कार्य से बच सकते हैं। ग्राहक अपनी सुविधा के अनुसार बायोमेट्रिक आधारित ई-KYC प्रक्रिया का लाभ उठा सकते हैं। यदि तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं, तो वे फिजिकल फॉर्म में स्व-घोषणा भी कर सकते हैं।
कैसे होगा KYC अपडेट
KYC अपडेट का प्रक्रिया कुछ इस प्रकार होगी:
- बायोमेट्रिक आधारित ई-KYC: ग्राहक BC के पास जाकर फिंगरप्रिंट या आधार प्रमाणीकरण से KYC अपडेट कर सकते हैं।
- फिजिकल डिक्लेरेशन: यदि इलेक्ट्रॉनिक विकल्प उपलब्ध नहीं है, तो ग्राहक स्वप्रमाणित फॉर्म और दस्तावेज जमा कर सकते हैं।
- रसीद और पुष्टि: BC ग्राहक को रसीद देगा और दस्तावेज बैंक शाखा को भेजेगा।
- बैंक द्वारा अपडेट: बैंक KYC रिकॉर्ड अपडेट करेगा और सूचना देगा कि अपडेट प्रक्रिया पूरी हो गई है।
KYC की ज़िम्मेदारी किसकी होगी?
ग्राहकों को यह भी जानना आवश्यक है कि पूरी KYC अपडेट प्रक्रिया की जिम्मेदारी बैंक की होगी। बैंक को यह सुनिश्चित करना होगा कि ग्राहक का रिकॉर्ड सही ढंग से अपडेट किया गया है, और बीसी को इस जिम्मेदारी से मुक्त रखा गया है।
अनक्लेम्ड डिपॉजिट पर भी फोकस
RBI ने अनक्लेम्ड डिपॉजिट की स्थिति को सुधारने के लिए भी नई गाइडलाइंस जारी की हैं। इस दिशा में ग्राहकों से संपर्क करना और KYC अपडेट प्रक्रिया को सरल बनाना शामिल है, ताकि पुराने निष्क्रिय खातों को फिर से सक्रिय किया जा सके।
अंत में, RBI द्वारा ये नई KYC गाइडलाइंस ग्राहकों के लिए एक बड़ा कदम है। इससे न केवल बैंकिंग प्रक्रिया को सुगम बनाया जाएगा, बल्कि यह वित्तीय समावेशन को भी बढ़ावा देगा। अब भारतीय बैंकिंग प्रणाली में ग्राहकों के लिए कोई ठोस बाधाएं नहीं होंगी।