पेट्रोल-डीजल की नई कीमतें जारी: जानें अब कहां बढ़े और कहां घटे दाम!
देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें हमेशा चर्चा का विषय रहती हैं, क्योंकि इनका सीधा असर आम आदमी की जेब और देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ता है। हर दिन सुबह 6 बजे तेल कंपनियां पेट्रोल-डीजल के नए रेट जारी करती हैं, जिससे देशभर के लाखों वाहन मालिक और ट्रांसपोर्ट सेक्टर की नजरें इन दामों पर टिकी रहती हैं।
13 मई 2025 को पेट्रोल-डीजल के नए दाम जारी किए गए हैं और कई शहरों में इनमें हल्का उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में हालिया तेजी और भारत-पाक सीमा पर तनाव का असर भी इन कीमतों पर पड़ा है।
कच्चे तेल की कीमतें पिछले 24 घंटे में बढ़कर ब्रेंट क्रूड 64.04 डॉलर और WTI 61.19 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई हैं, जिससे भारत में भी ईंधन दरों में बढ़ोतरी की आशंका बनी हुई है। हालांकि, देश के कुछ बड़े शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर रहे हैं, तो कुछ जगहों पर मामूली बढ़ोतरी या कमी भी देखने को मिली है।
पेट्रोल-डीजल के दामों में बदलाव का असर सिर्फ ट्रांसपोर्ट पर नहीं, बल्कि रोजमर्रा की चीजों की कीमतों और महंगाई पर भी पड़ता है। आइए, जानते हैं 13 मई 2025 के ताजा पेट्रोल-डीजल रेट्स, बदलाव के कारण और इससे जुड़े हर जरूरी अपडेट।
पेट्रोल-डीजल रेट आज
बिंदु | विवरण |
पेट्रोल की औसत कीमत (दिल्ली) | ₹94.72 – ₹94.77/लीटर (स्थिर) |
डीजल की औसत कीमत (दिल्ली) | ₹87.62 – ₹87.67/लीटर (स्थिर) |
पेट्रोल की औसत कीमत (मुंबई) | ₹103.44 – ₹103.50/लीटर (स्थिर) |
डीजल की औसत कीमत (मुंबई) | ₹89.97 – ₹90.03/लीटर (स्थिर) |
पेट्रोल की औसत कीमत (कोलकाता) | ₹104.95 – ₹105.41/लीटर (30-40 पैसे बढ़े) |
डीजल की औसत कीमत (कोलकाता) | ₹91.76 – ₹92.02/लीटर (20 पैसे बढ़े) |
पेट्रोल की औसत कीमत (चेन्नई) | ₹100.76 – ₹100.80/लीटर |
डीजल की औसत कीमत (चेन्नई) | ₹92.35/लीटर |
पेट्रोल-डीजल के दाम कैसे तय होते हैं?
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें: भारत कच्चा तेल आयात करता है, इसलिए ग्लोबल मार्केट में भाव बढ़ने या घटने का सीधा असर देश में पेट्रोल-डीजल के दामों पर पड़ता है।
- सरकारी टैक्स और डीलर कमीशन: केंद्र और राज्य सरकारें एक्साइज ड्यूटी और वैट लगाती हैं, जिससे कीमतें बढ़ जाती हैं।
- सप्लाई चेन और लॉजिस्टिक्स: ट्रांसपोर्टेशन, स्टोरेज और डिस्ट्रीब्यूशन लागत भी दामों को प्रभावित करती है।
- डॉलर-रुपया विनिमय दर: कच्चा तेल डॉलर में खरीदा जाता है, इसलिए रुपए की कमजोरी भी कीमतें बढ़ा सकती है।
- स्थानीय टैक्स: अलग-अलग राज्यों में वैट और टैक्स अलग-अलग होने से दामों में अंतर आता है।
पेट्रोल-डीजल के दाम का आम जनता पर असर
- परिवहन लागत में बढ़ोतरी: पेट्रोल-डीजल महंगा होने से ट्रांसपोर्ट महंगा होता है, जिससे रोजमर्रा की वस्तुएं भी महंगी हो जाती हैं।
- महंगाई में इजाफा: ईंधन महंगा होने से सब्जी, फल, दूध, राशन जैसी चीजों के दाम भी बढ़ जाते हैं।
- व्यापार पर असर: ट्रक, बस, टैक्सी, ऑटो आदि के किराए बढ़ सकते हैं, जिससे व्यापार पर असर पड़ता है।
- मध्यम और गरीब वर्ग पर सीधा असर: सबसे ज्यादा असर उन लोगों पर पड़ता है, जिनकी आय सीमित है।
ट्रेंड और भविष्य की संभावना
कच्चे तेल की कीमतों में हालिया तेजी और अंतरराष्ट्रीय तनाव के कारण आने वाले दिनों में दामों में और बदलाव हो सकता है। यदि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें स्थिर रहती हैं तो दाम भी स्थिर रह सकते हैं। परंतु भारत-पाक तनाव या अन्य वैश्विक घटनाओं से दामों में फिर से तेजी आ सकती है।
सरकार अगर टैक्स घटाए, तो राहत मिल सकती है, लेकिन फिलहाल ऐसी कोई घोषणा नहीं है।
निष्कर्ष
13 मई 2025 को जारी पेट्रोल-डीजल के ताजा दामों में कुछ शहरों में मामूली बढ़ोतरी और कुछ में कमी देखने को मिली है। दिल्ली, मुंबई, चेन्नई जैसे बड़े शहरों में दाम लगभग स्थिर हैं, जबकि कोलकाता, गाजियाबाद, पटना जैसे शहरों में 20-40 पैसे प्रति लीटर का अंतर आया है।
आम जनता को सलाह है कि ताजा रेट्स सुबह 6 बजे के बाद जरूर चेक करें और फ्यूल खर्च में बचत के उपाय अपनाएं।
Disclaimer: यह लेख पेट्रोल-डीजल के नए दामों और बदलावों पर आधारित जानकारी प्रस्तुत करता है। हमेशा ताजा रेट्स के लिए आधिकारिक पोर्टल या पेट्रोल पंप पर ही भरोसा करें।