पंजाब सरकार का बड़ा तोहफा: आंगनवाड़ी वर्कर्स को मिली छुट्टियों की राहत!
Summer Vacation 2025: पंजाब सरकार ने आंगनवाड़ी वर्कर्स को दी बड़ी राहत, अब उन्हें भी सरकारी प्राइमरी स्कूलों के बराबर गर्मी और सर्दी की छुट्टियों का लाभ मिलेगा। यह फैसला ऑल पंजाब आंगनवाड़ी मुलाज़िम यूनियन के लंबे संघर्ष और प्रयासों का नतीजा है। यह निर्णय न केवल आंगनवाड़ी वर्कर्स के लिए एक ख़ुशखबरी है, बल्कि इससे उनके कार्य जीवन में सुधार भी होगा।
छुट्टियों का आदेश: एक ऐतिहासिक कदम
पंजाब के सामाजिक सुरक्षा, महिला और बाल विकास विभाग ने हाल ही में आंगनवाड़ी केंद्रों में छुट्टियों की व्यवस्था लागू करने का आदेश जारी किया है। यह व्यवस्था अब सरकारी स्कूलों की तरह आंगनवाड़ी वर्कर्स के लिए भी लागू होगी। इससे वर्कर्स को गर्मियों में आराम मिलेगा और उनकी कार्य परिस्थितियों में सुधार आएगा।
यूनियन की मेहनत रंग लाई
ऑल पंजाब आंगनवाड़ी मुलाज़िम यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष हरगोबिंद कौर ने बताया कि यूनियन का एक प्रतिनिधिमंडल हाल ही में विभाग की डायरेक्टर शीना अग्रवाल से मिला था। इस मुलाकात के दौरान, यूनियन ने आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए भी छुट्टियों की मांग उठाई थी। अब, सरकार ने उनकी इस मांग को गंभीरता से लेते हुए एक सकारात्मक कदम उठाया है।
गर्मी की छुट्टियाँ: समय सीमा और प्रक्रिया
नए आदेश के अनुसार, राज्य भर के लगभग 27,000 आंगनवाड़ी केंद्रों में 2 जून से 30 जून 2025 तक छुट्टियाँ रहेंगी। यह फैसला गर्मियों में कार्यरत कर्मचारियों को राहत देने और कार्य संतुलन बनाए रखने के उद्देश्य से लिया गया है। हालांकि, आंगनवाड़ी वर्कर्स को पहले की तरह ऑनलाइन कार्य करते रहने की सलाह दी गई है। इसका मतलब है कि उन्हें केंद्र पर उपस्थित होने की आवश्यकता नहीं होगी, लेकिन सरकारी योजनाओं से जुड़ा जरूरी कार्य डिजिटल माध्यम से जारी रहेगा।
कितनी वर्कर्स को मिलेगा लाभ?
- पंजाब में लगभग 27,000 आंगनवाड़ी केंद्र चलाए जा रहे हैं।
- इन केंद्रों में हजारों महिलाएँ कार्यरत हैं।
- यह फैसला उनके कार्य-जीवन संतुलन को सुधारने में मदद करेगा।
भविष्य की योजनाएँ
यूनियन नेताओं का मानना है कि यह फैसला वर्कर्स के लंबे संघर्ष और एकजुटता का परिणाम है। अब वे सर्दियों की छुट्टियों को भी लागू करवाने की दिशा में काम कर रहे हैं। इसके अलावा, यूनियन ने सरकार से अनुरोध किया है कि आंगनवाड़ी वर्कर्स को भविष्य में अन्य सरकारी सुविधाओं में भी शामिल किया जाए, ताकि उनकी मेहनत और सेवा का सही मूल्यांकन हो सके।
संघर्ष और एकता की कहानी
यह निर्णय उस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है जहां आंगनवाड़ी वर्कर्स को समान अधिकार और सुविधाएँ मिल सकेगीं। यह उनके लिए एक प्रेरणा का स्रोत है कि जब वे एकजुट होते हैं, तो वे अपनी आवाज़ को सुनवा सकते हैं। यूनियन का संघर्ष दिखाता है कि कैसे संगठित मेहनत से न सिर्फ उनके जीवन में बदलाव लाया जा सकता है, बल्कि सामाजिक व्यवस्थाओं में भी सुधार किया जा सकता है।
इस निर्णय से एक नई उम्मीद जगी है और आंगनवाड़ी वर्कर्स के प्रति समाज में सही मान्यता प्राप्त करने का रास्ता साफ हुआ है। पंजाब सरकार का यह कदम निश्चित रूप से एक मिसाल बनेगा और अन्य राज्यों में भी ऐसी सुविधाएँ देने का संकल्प जगाएगा।
समग्र रूप से, यह फैसला न केवल आंगनवाड़ी वर्कर्स के लिए बल्कि समूची समाज के लिए एक बेहतरीन उदाहरण है कि कैसे संगठित प्रयास से सुधार संभव है। 2025 की गर्मियों में जब आंगनवाड़ी वर्कर्स को राहत मिलेगी, तब यह उनके प्रयासों और उनकी मेहनत का सच्चा फल होगा।