नकली खाद-बीज बेचने वालों पर नजर, किसानों की समस्याओं का संगठित हल!
नकली खाद-बीज बेचने वालों की निगरानी रखेगी कमेटी
रेवाड़ी, 15 जून: भारतीय किसान यूनियन चढूनी ने हाल ही में रेवाड़ी में आयोजित एक बैठक के दौरान संगठन का विस्तार किया। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई, जिनमें मुख्य रूप से कृषि जागरूकता और नकली खाद-बीज की बिक्री पर कड़ी नज़र रखने का निर्णय लिया गया। इस प्रस्तावित पहल के तहत, एक नई कमेटी बनाई गई है जो दुकानदारों की निगरानी करेगी ताकि किसानों को नकली उत्पादों से बचाया जा सके।
नकली फर्टिलाइज़र और बीज की समस्या
कृषि क्षेत्र में नकली खाद और बीज की बिक्री एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। जब किसान सच्चे और गुणवत्ता वाले उत्पादों की तलाश में होते हैं, तब उन्हें अक्सर धोखे का सामना करना पड़ता है। इस कारण से कई किसान अपनी फसलें खो देते हैं और आर्थिक संकट में पड़ जाते हैं। भारतीय किसान यूनियन चढूनी के अध्यक्ष समय सिंह ने इस समस्या पर प्रकाश डालते हुए कहा, “रेवाड़ी में बहुत ज्यादा नकली खाद बीज बिक रहा है।” वर्तमान में 80 गाँवों में ओलों से हुए नुकसान की भरपाई का कोई स्पष्ट संकेत नहीं है, जिससे किसानों में असंतोष बना हुआ है।
कमेटी का गठन और कार्यप्रणाली
बैठक के दौरान, किसान यूनियन ने नकली खाद और बीज की बिक्री पर नज़र रखने के लिए सात सदस्यों की एक कमेटी बनाई। इस कमेटी का प्रमुख कार्य होगा:
- स्थानीय दुकानों का निरीक्षण करना।
- नकली खाद खरीदने वाले दुकानदारों की पहचान करना।
- जिस दुकानदार के पास नकली उत्पाद पाए जाएंगे, उसका लाइसेंस रद्द करवाना।
- किसानों को जागरूक करना ताकि वे सुरक्षित और प्रमाणिक उत्पाद खरीद सकें।
इस पहल से किसानों को उम्मीद है कि वे अब अच्छी गुणवत्ता वाले कृषि उत्पादों तक पहुँच पाएंगे और नकली उत्पादों द्वारा होने वाली हानि से बच सकेंगे।
किसान विरोध प्रदर्शन की योजना
बैठक में यह भी तय किया गया कि यदि आगामी 15 जून तक किसान समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो भारतीय किसान यूनियन चढूनी विरोध प्रदर्शन करने का फैसला करेगी। ये प्रदर्शन डीसी ऑफिस के सामने होंगे, जिसमें किसान अपनी समस्याओं को लेकर आवाज उठाएंगे। समय सिंह ने कहा, “हम मुख्यमंत्री से मिलने के लिए प्रशासन के प्रतिनिधियों से आज मुलाकात करने वाले हैं।”
ग्राम स्तर पर सदस्यता अभियान
यूनियन ने उपस्थित किसानों को यह भी बताया कि हरिद्वार में 19 से 21 जून तक चिंतन शिविर होगा, जिसमें अधिक से अधिक सदस्य भाग लेंगे। इसके तहत, आगामी दिनों में गांव-गांव जाकर सदस्यता अभियान भी चलाया जाएगा ताकि अधिक से अधिक किसान इस संगठन का हिस्सा बन सकें।
भारत में कृषि एक बहुत ही महत्वपूर्ण क्षेत्र है, और इसके विकास के लिए संगठनों का सहयोग आवश्यक है। समय सिंह और उनकी टीम ने जो कदम उठाए हैं, वे न केवल रेवाड़ी के किसानों के लिए, बल्कि देश के अन्य हिस्सों के लिए एक नजीर बन सकते हैं। इस कदम से उम्मीद है कि न केवल नकली खाद-बीज के कारोबार पर नकेल कसी जाएगी, बल्कि किसानों को उनकी असली समस्याओं का समाधान भी मिलेगा।
इस अनुभव से हमारे किसानों को सच्चाई का सामना करने और अपने अधिकार की रक्षा करने की प्रेरणा मिलेगी। जैसे कि समय सिंह ने कहा, “हमारी एकजुटता ही हमारी ताकत है।” इसीलिए, सभी किसानों को इस संगठन में शामिल होना चाहिए और मिलकर अपने हकों के लिए लड़ना चाहिए।