गुजरात भागने की फिराक में आरोपी गिरफ्तार, तलवार भी बरामद!

गुजरात भागने की फिराक में थे, पत्थरों के नीचे छिपाई तलवार पुलिस ने जब्त की
अक्षरविश्व न्यूज: उज्जैन। हाल ही में उज्जैन के नीलगंगा थाना क्षेत्र में एक अपराधी को गिरफ्तार किया गया है, जो कि होली के दिन हुए एक हत्या के प्रयास मामले में फरार चल रहा था। आरोपी का नाम चिराग उर्फ यूडी कुलपारे है, जिसकी उम्र 23 वर्ष है और वह वर्तमान में केसरबाग कॉलोनी में रह रहा था। पुलिस ने उसे रेलवे स्टेशन के बाहर चाय की दुकान से गिरफ्तार किया और उसके पास से एक तलवार भी बरामद की गई है, जिसे उसने शिप्रा नदी के पास पत्थरों के नीचे छिपा रखा था।
इस मामले को लेकर पुलिस ने बताया कि चिराग के साथ पहले भी 9 अन्य आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं, जिनसे पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि हत्या का प्रयास चिराग ने अपने साथियों के साथ मिलकर किया था। इसके बाद से चिराग पुलिस से बचने के लिए लगातार स्थान बदल रहा था।
अपराध का विवरण
14 मार्च को चिराग और उसके साथी संजय नगर गए थे, जहां उन्होंने रोहित सांडिया और विकास उर्फ कुक्की पर हमला किया। यह हमला पुरानी रंजिश के चलते किए गए था। चिराग ने तलवार का उपयोग किया, जबकि अन्य आरोपियों ने चाकू और लाठी-डंडों का सहारा लिया था। इस हिंसक घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी थी।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की और आरोपी की तलाश शुरू की। इस दौरान, पुलिस को एक मुखबिर से जानकारी मिली कि चिराग रेलवे स्टेशन के पास चाय की दुकान पर है। सटीक सूचना के आधार पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया।
तलवार का छिपाना
चिराग ने अपनी गिरफ्तारी से पहले तलवार को शिप्रा नदी के पास सफेद पत्थरों के नीचे छिपा दिया था। यह कार्रवाई इस बात को दर्शाती है कि आरोपी ने जानबूझकर अपने आप को बचाने की कोशिश की थी। परंतु, पुलिस ने उसकी योजना को विफल कर दिया और तलवार को बरामद कर लिया, जो कि अपराध में प्रयोग की गई थी।
आगे की जाँच
अब पुलिस इस मामले में और भी गहराई से जांच कर रही है। चिराग की गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने उसके अन्य साथियों को भी पकड़ने के प्रयास तेज कर दिए हैं। साथ ही, यह पुष्टि करना भी आवश्यक हो गया है कि क्या चिराग अपने परिवार की मदद से गुजरात भागने की योजना बना रहा था।
इस प्रकार, यह मामला न केवल उज्जैन में बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी चिंता का विषय बन गया है। पुलिस के कठोर प्रयासों ने फिर से साबित कर दिया है कि वे अपराधियों को सजा दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। आगे भी ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए पुलिस प्रशासन को सावधानी बरतने की आवश्यकता है, ताकि समाज में कानून व्यवस्था बनी रहे।