CBSE ने छात्रों को दिए बोनस अंक: जानें कैसे मिलेगा फायदेमंद मौका!
हर साल लाखों छात्र CBSE बोर्ड परीक्षा में बैठते हैं और अपने भविष्य के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। यह परीक्षा छात्रों के शैक्षणिक करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ होती है। 2025 में, CBSE ने छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण और राहत देने वाला फैसला लिया है। इस फैसले के तहत, कुछ खास छात्रों को बोनस अंक (Bonus Marks) दिए जाएंगे। यह फैसला उन छात्रों के लिए है जो परीक्षा में कुछ विशेष परिस्थितियों के कारण प्रभावित हुए हैं या जिनके पेपर में कुछ तकनीकी या अन्य समस्याएं आई हैं।
CBSE का यह कदम छात्रों के लिए एक बड़ी राहत है, क्योंकि कई बार पेपर में कठिन सवाल, आउट ऑफ सिलेबस प्रश्न या मूल्यांकन में गलती के कारण छात्रों के अंक कम रह जाते हैं। ऐसे में बोनस अंक मिलने से उनका रिजल्ट बेहतर हो सकता है और वे पासिंग मार्क्स या अच्छे ग्रेड हासिल कर सकते हैं। इस आर्टिकल में हम विस्तार से जानेंगे कि किन छात्रों को बोनस अंक मिलेंगे, क्या है इसकी पूरी प्रक्रिया, और इससे जुड़ी जरूरी बातें।
CBSE Bonus Marks 2025: संक्षिप्त विवरण
CBSE ने 2025 बोर्ड परीक्षा में बोनस अंक देने का फैसला क्यों लिया है, किसे फायदा होगा, और क्या है इसकी पूरी प्रक्रिया – जानिए इस टेबल में:
योजना का नाम | CBSE Bonus Marks 2025 |
बोर्ड | Central Board of Secondary Education |
कक्षा | 9वीं, 10वीं, 11वीं, 12वीं |
किसे मिलेगा लाभ | विशेष परिस्थितियों वाले छात्र |
बोनस अंक | 5 से 15 अंक (स्थिति के अनुसार) |
मुख्य कारण | कठिन पेपर, आउट ऑफ सिलेबस, मूल्यांकन में गलती |
प्रक्रिया | बोर्ड द्वारा स्वतः या आवेदन के बाद |
लागू वर्ष | 2025 |
आधिकारिक घोषणा | मई 2025 (रिजल्ट के समय) |
CBSE Bonus Marks नीति 2025
CBSE ने 2025 में बोनस अंक देने की नीति में कुछ बदलाव किए हैं। अब छात्रों को निम्न परिस्थितियों में बोनस अंक दिए जा सकते हैं:
- पेपर में कठिन सवाल या आउट ऑफ सिलेबस प्रश्न: अगर किसी विषय के पेपर में ऐसे सवाल आते हैं जो सिलेबस से बाहर हैं या बेहद कठिन हैं, तो उन सवालों के लिए सभी छात्रों को बोनस अंक दिए जाते हैं।
- मूल्यांकन में गड़बड़ी: अगर कॉपी चेकिंग में कोई गलती पाई जाती है, जैसे कि किसी सवाल के अंक नहीं जोड़े गए, तो ऐसे मामलों में भी बोनस अंक मिल सकते हैं।
- मॉडरेशन पॉलिसी: अगर किसी सेट का पेपर बाकी सेट्स के मुकाबले कठिन था, तो उस सेट के छात्रों को अतिरिक्त अंक दिए जाते हैं ताकि सभी के साथ न्याय हो सके।
- सुंदर लिखावट या विशेष प्रयास: कुछ बोर्ड्स में सुंदर लिखावट या विशेष प्रयास के लिए भी 1-2 बोनस अंक दिए जाते हैं।
CBSE Bonus Marks: किन छात्रों को मिलेगा फायदा?
- जिन छात्रों के पेपर में आउट ऑफ सिलेबस या बहुत कठिन सवाल आए हैं।
- जिनकी कॉपी चेकिंग में अंक जोड़ने में गलती हुई है।
- जिनका पेपर का सेट बाकी सेट्स के मुकाबले कठिन था।
- कुछ मामलों में सुंदर लिखावट या प्रस्तुति के लिए भी बोनस अंक मिल सकते हैं।
CBSE Bonus Marks नियम 2025
- हर छात्र को बोनस अंक नहीं मिलेंगे। केवल उन्हीं छात्रों को बोनस अंक दिए जाएंगे, जिनके पेपर में ऊपर बताई गई परिस्थितियां पाई गई हैं।
- बोनस अंक 5 से 15 तक हो सकते हैं, जो पेपर की कठिनाई और गलती की गंभीरता पर निर्भर करेगा।
- बोनस अंक स्वतः बोर्ड द्वारा जोड़े जाते हैं, छात्रों को इसके लिए अलग से आवेदन करने की जरूरत नहीं होती।
- अगर कोई छात्र अपने अंक से संतुष्ट नहीं है, तो वह री-इवैल्यूएशन या रीचेकिंग के लिए आवेदन कर सकता है।
CBSE ग्रेस मार्क्स और मॉडरेशन नीति
CBSE हर साल ग्रेस मार्क्स (Grace Marks) और मॉडरेशन पॉलिसी (Moderation Policy) लागू करता है। इसका मकसद यह है कि अगर कोई छात्र 1-2 नंबर से फेल हो रहा है, या पेपर में कोई तकनीकी दिक्कत आई है, तो उसे पासिंग मार्क्स तक पहुंचाया जा सके।
ग्रेस मार्क्स कब मिलते हैं?
- अगर कोई छात्र 1-2 नंबर से फेल हो रहा है।
- अगर पेपर में कोई तकनीकी गलती या कठिनाई आई है।
- अगर किसी खास विषय में सभी छात्रों के अंक असामान्य रूप से कम हैं।
सीखने की सलाह
- अच्छी तैयारी करें: बोनस अंक पर निर्भर न रहें, क्योंकि ये हर किसी को नहीं मिलते।
- रिजल्ट के बाद मार्कशीट ध्यान से देखें: अगर कोई गलती लगे तो तुरंत री-इवैल्यूएशन के लिए आवेदन करें।
- बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर अपडेट चेक करें: कोई भी नया नियम या सूचना वहीं जारी होती है।
CBSE का यह फैसला छात्रों के लिए राहत भरा है, खासकर उन छात्रों के लिए जो कठिन पेपर, आउट ऑफ सिलेबस सवाल या मूल्यांकन में गलती के कारण परेशान थे। बोनस अंक मिलने से न सिर्फ उनका रिजल्ट सुधर सकता है, बल्कि वे पासिंग मार्क्स भी हासिल कर सकते हैं। हालांकि, सभी छात्रों को यह अंक नहीं मिलते, इसलिए मेहनत और तैयारी ही सबसे जरूरी है।
Disclaimer:
CBSE द्वारा बोनस अंक देने की नीति हर साल पेपर की कठिनाई, मूल्यांकन में गलती या अन्य विशेष परिस्थितियों के आधार पर लागू की जाती है। सभी छात्रों को यह अंक नहीं मिलते, केवल उन्हीं को मिलते हैं जिनके साथ बोर्ड को लगता है कि अन्याय हुआ है। इसलिए, छात्र अपनी तैयारी पर ध्यान दें और बोनस अंक पर निर्भर न रहें। अगर कोई नई सूचना या अपडेट आती है, तो वह केवल बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट या रिजल्ट के समय ही मिलेगी।