फरीदाबाद में आयोजित बाल संस्कार शिविर ने बच्चों में आत्मविश्वास जगाया
फरीदाबाद कॉन्वेंट स्कूल में बाल संस्कार शिविर का आयोजन
(फरीदाबाद न्यूज) मौसम के गर्मी में, जहां बच्चे आमतौर पर मोबाइल और टीवी की स्क्रीन के पीछे समय बिताते हैं, फरीदाबाद कॉन्वेंट स्कूल ने एक अनोखा पहल की है। विद्यालय और भारत विकास परिषद की विवेकानंद शाखा एवं महिला सहभागिता, ग्रेटर फरीदाबाद के सहयोग से तीन दिवसीय ग्रीष्मकालीन बाल संस्कार शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने न केवल मस्ती की, बल्कि महत्वपूर्ण कौशल भी सीखे।
शिविर का उद्देश्य
शिविर का मुख्य उद्देश्य बच्चों को उन संस्कारों और कौशलों से अवगत कराना है जो उनकी व्यक्तिगत और सामाजिक विकास में मदद कर सकते हैं। विद्यालय के प्रधानाचार्य सतेन्द्र सौरोत ने बताया कि यह शिविर बच्चों को प्रेरणा देने और उन्हें सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ाने के लिए आयोजित किया गया थी। उन्होंने बताया कि इस तरह के शिविरों से बच्चों की सोच, व्यावहारिकता और सामाजिक जिम्मेदारियों का विकास होता है।
शिविर की प्रक्रिया
यह शिविर तीन दिनों तक चला, जिसमें विभिन्न गतिविधियों और प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। पहले दिन की शुरुआत हवन से हुई, जिसके बाद एक कबड्डी प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसमें एपीजे सदन और भगत सिंह सदन की टीमों ने भाग लिया। विजेता और उपविजेता टीमों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। बच्चों ने इस प्रतियोगिता में उत्साही प्रतिभागिता दिखाई और खेल भावना का प्रदर्शन किया।
प्रतियोगिताओं की जानकारी
शिविर के दूसरे दिन विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं हुईं, जैसे:
- रंगोली
- मेहंदी
- चित्रकला
- शतरंज
इनमें से कुछ प्रमुख विजेताओं की सूची इस प्रकार है:
प्रतियोगिता | विजेता | उपविजेता |
---|---|---|
मेहंदी | आस्था (कक्षा 12 आर्ट्स) | शिमोन (कक्षा 12 विज्ञान) |
चित्रकला | सौम्या (कक्षा 12 विज्ञान) | गगन कपासिया (कक्षा 12 विज्ञान) |
शतरंज | संयम (कक्षा 12 विज्ञान) | नवी (कक्षा 11 विज्ञान) |
सुरक्षा और जागरूकता
तृतीय दिवस पर बच्चों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण भी दिया गया। इस कार्यशाला में बच्चों को सुरक्षा और आत्मविश्वास के महत्व के बारे में बताया गया। इसके अलावा, ट्रैफिक नियमों और साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता भी एक प्रमुख फोकस रहा। इस प्रक्रिया में बच्चों को यह समझाने का प्रयास किया गया कि उनके खुद की सुरक्षा कैसे की जाए।
आगे का रास्ता
शिविर का समापन विद्यालय के व्यवस्थापक बीरबल शर्मा द्वारा किया गया। उन्होंने छात्रों और सहभागियों को उनके प्रयासों के लिए बधाई दी और बताया कि ऐसे आयोजन भविष्य में भी जारी रहेंगे। विद्यालय का स्पष्ट उद्देश्य है कि वे बच्चों में संस्कारों के साथ-साथ रचनात्मकता और प्रेरणा को बढ़ावा देंगे।
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