दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की कड़ी कार्रवाई: 27,000 से ज्यादा चालान हुए जारी!
दिल्ली में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन: बढ़ती सख्ती और अनोखे तरीके
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष मई 2025 तक हुई कार्रवाइयों में 27,000 से ज्यादा वाहनों पर चालान जारी किए गए हैं। इनमें 23,417 चालान और 3,785 नोटिस शामिल हैं। यह कार्रवाई उन चालकों के खिलाफ की गई है, जिनकी नंबर प्लेट गैर-मानक फॉन्ट, गलत रंग, और धार्मिक प्रतीकों या जातीय/सामुदायिक स्लोगनों से भरी हुई थी। ऐसे में यह सवाल उठता है कि लोग चालान से बचने के लिए कौन-कौन से अजीबोगरीब तरीके अपनाते हैं?
चालान से बचने के अजीबोगरीब तरीके
ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों के अनुसार, कुछ वाहन चालक अपनी नंबर प्लेट को छिपाने के लिए कई अनोखे तरकीबें अपनाते हैं। जैसे:
- नंबर प्लेट पर काला कपड़ा लटकाना
- नींबू-मिर्ची लटकाना
- काले धागे का इस्तेमाल करना
इन तरीकों का उद्देश्य यह है कि कैमरे उनकी गाड़ी का नंबर ठीक से न पढ़ सकें। हालाँकि, पुलिस ने इन चालकों को पकड़ने के लिए नई तकनीकों का इस्तेमाल शुरू कर दिया है।
सख्ती का मुख्य क्षेत्र
यमुनापार पश्चिमी जिला और दक्षिण-पूर्वी दिल्ली जैसे क्षेत्र हाईलाइटेड हैं जहाँ सबसे अधिक चालान जारी हुए हैं। इनमें शाहदरा, खजूरी खास, त्रिलोकपुरी, सीमापुरी, जामिया नगर, और शहीन बाग जैसे इलाके शामिल हैं। पुलिस ने इन क्षेत्रों में अपने निगरानी तंत्र को और अधिक मजबूत किया है।
स्पेशल अभियान का असर
स्पेशल कमिश्नर (यातायात) के. जगदीशन के अनुसार, पिछले वर्ष 17,795 उल्लंघन दर्ज किए गए थे, जिनमें 14,624 चालान और 3,171 नोटिस शामिल थे। इस वर्ष अब तक 23,417 चालान और 3,785 नोटिस जारी किए जा चुके हैं, जो यह दर्शाता है कि पुलिस अब अधिक सतर्क और सख्त हो गई है।
नई तकनीकों का प्रभाव
दिल्ली पुलिस के अनुसार, चालान केवल सड़क पर तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा नहीं, बल्कि CCTV कैमरों की मदद से भी किए जा रहे हैं। ताजा तकनीक का उपयोग करते हुए, गाड़ी की फोटो से सही नंबर का पता लगाकर संबंधित वाहन मालिक तक चालान या नोटिस पहुंचाया जा रहा है।
इसके अलावा, AI आधारित एल्गोरिदम का इस्तेमाल किया जा रहा है जो गाड़ी के रंग, मॉडल और अन्य विवरणों के आधार पर सही नंबर प्लेट की पहचान करता है। यह ऐसे व्यक्तियों के लिए सख्ती से कार्रवाई करने में सहायक साबित हो रहा है जो अपने नंबर को छिपाते हैं।
अपराधियों द्वारा नंबर प्लेट का शोषण
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि चोरी, तस्करी, या आतंकवाद जैसी अपराधों में संलिप्त लोग जान-बूझकर नंबर प्लेट से छेड़छाड़ करते हैं, ताकि पहचान से बच सकें। लेकिन अब तकनीकी अपडेट्स और पुलिस की सख्ती के चलते यह चालाकी भी बेकार होती जा रही है।
मोटर वाहन अधिनियम के नियम
मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार, हर वाहन पर मानक और स्पष्ट नंबर प्लेट होनी चाहिए। इसमें फॉन्ट, रंग और आकार तयशुदा होते हैं। नंबर प्लेट पर धार्मिक या जातीय स्लोगन लिखना प्रतिबंधित है। उल्लंघन करने पर:
- ₹5,000 तक का चालान
- जरूरत पड़ने पर वाहन जब्त किया जा सकता है
सुरक्षा और जिम्मेदारी
यदि आप चाहते हैं कि आपका चालान न कटे और कानूनी पचड़ों से बचें, तो नंबर प्लेट हमेशा मानक रूप में रखें, कोई धार्मिक या जातीय संदेश न लिखें और छेड़छाड़ से दूर रहें। नियमों का पालन न केवल आपकी सुरक्षा बढ़ाएगा, बल्कि दूसरों की जान भी सुरक्षित रखेगा।
दिल्ली में ट्रैफिक पुलिस द्वारा की गई यह सख्ती निश्चित रूप से एक सकारात्मक कदम है। जिससे न केवल सड़क सुरक्षा में सुधार होगा, बल्कि ट्रैफिक नियमों का पालन करने वाले नागरिकों को भी पारदर्शिता और राहत मिलेगी।