महाकाल मंदिर में फर्जी वेबसाइटों का खुलासा, श्रद्धालुओं को हो सकती है धोखाधड़ी!

महाकालेश्वर मंदिर में धोखाधड़ी की बढ़ती समस्या
उज्जैन, भारत में स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर, जिसे 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है, हर वर्ष हजारों श्रद्धालुओं का आकर्षण का केंद्र बना रहता है। हर दिन यहां आने वाले भक्तों की संख्या सामान्य दिनों में भी फैली रहती है, लेकिन पर्वों और उत्सवों में यह संख्या लाखों तक पहुँच जाती है। इस भीड़ का फायदा उठाकर साइबर अपराधियों ने श्री महाकालेश्वर भक्त निवास के नाम से फर्जी वेबसाइटें बनाकर कई श्रद्धालुओं के साथ धोखाधड़ी की।
इन फर्जी वेबसाइटों के माध्यम से श्रद्धालुओं से एडवांस बुकिंग के नाम पर पैसे वसूल किए जाते थे, जिसके बाद वह सभी भक्त जब उज्जैन पहुँचते थे, तो उन्हें अपनी बुकिंग के फर्जी होने का पता चलता था। इस तरह की घटनाओं ने मंदिर की प्रतिष्ठा को खतरे में डाल दिया था।
थाना और आईटी सेल की कार्रवाई
इस समस्या की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय पुलिस, विशेष रूप से महाकाल थाना और आईटी सेल ने एक संयुक्त कार्रवाई की योजना बनाई। कोतवाली सीएसपी राहुल देशमुख और एसपी प्रदीप शर्मा के नेतृत्व में, पुलिस ने इन फर्जी वेबसाइटों की होस्टिंग, डोमेन रजिस्ट्रेशन, और ब्राउजर गतिविधियों की तकनीकी जानकारी जुटाई।
- साख्य को इकट्ठा करने के बाद, संबंधित डोमेन रजिस्ट्रार से संपर्क किया गया।
- 7 फर्जी वेबसाइट्स को बंद कर दिया गया और तकनीकी स्तर पर उनकी डिटेल ट्रैकिंग की गई।
- पुलिस ने यह सुनिश्चित किया कि ये साइट्स भविष्य में पुनः संचालित न हों।
धोखाधड़ी करने वाली फर्जी वेबसाइट्स
फर्जी वेबसाइटों की सूची में निम्नलिखित साइटें शामिल थीं:
- https://shrimahakaleshwarbhaktaniwasonline.com
- https://shrimahakaleshwarbhaktaniwas.in
- https://shrimahakaleshwarbhaktaniwasuj.v.godaddysites.com
- https://shrimahakaleshwarbhaktanivas.co.in
- https://shrimahakaleshwarbhaktaniwaas.com
- https://shrimahakaleshwarbaktaniwas.com
- https://mahakaleshwarbhaktaniiwas.com
भविष्य के लिए सतर्कता और जागरूकता
पुलिस प्रशासन ने भविष्य में ऐसे साइबर अपराधों पर कड़ी निगरानी रखने का आश्वासन दिया है। इसके अतिरिक्त, आम जनता को सजग और जागरूक रखने के लिए विशेष अभियान चलाने का भी निर्णय लिया गया है।
श्रद्धालुओं को सुझाव दिया गया है कि वे श्री महाकालेश्वर मंदिर या भक्त निवास की बुकिंग केवल मंदिर समिति की आधिकारिक वेबसाइट या सरकारी अनुमोदित पोर्टल्स से ही करें। किसी भी अंजान वेबसाइट पर भुगतान करने से पहले उसकी गहन जांच करें।
इसके अलावा, यदि आप किसी संदिग्ध गतिविधि या वेबसाइट के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं, तो महाकाल थाना या साइबर सेल को तत्काल सूचित करें। इससे न केवल आपको बल्कि अन्य श्रद्धालुओं को भी धोखाधड़ी से बचाया जा सकेगा।