सोने-चांदी की कीमतों में भारी उछाल! जानें नई दरें और भविष्य की संभावनाएं
सोने और चांदी की कीमतों में उछाल
फाइनेंस और ज्वैलरी से जुड़े निवेशकों के लिए इस हफ्ता एक महत्वपूर्ण समय रहा है, क्योंकि भारतीय सर्राफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में तेज बढ़ोतरी हुई है। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के आंकड़ों के अनुसार, 31 मई से 7 जून 2025 के बीच सोने की कीमत ₹1,790 प्रति 10 ग्राम तक बढ़ गई है, जबकि चांदी ने ₹7,827 प्रति किलोग्राम की छलांग लगाई है। यह बदलाव निवेशकों और ज्वेलरी खरीदारों दोनों के लिए महत्वपूर्ण संकेत है, जो आगे की व्यापारिक रणनीतियों का निर्धारण कर सकता है।
सोने की नई कीमत: ₹97,145 प्रति 10 ग्राम
31 मई 2025 को 24 कैरेट सोने की कीमत ₹95,355 प्रति 10 ग्राम थी, जो 7 जून तक बढ़कर ₹97,145 प्रति 10 ग्राम हो गई। इस हफ्ते की बढ़ोतरी ने निवेशकों में उत्साह पैदा किया है और कारणों में वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों के साथ-साथ बढ़ती मांग भी शामिल है। निवेशकों का ध्यान इस बात पर केंद्रित है कि क्या यह बढ़ोतरी अस्थायी है या स्थायी।
चांदी में नया रिकॉर्ड: ₹1.05 लाख प्रति किलो
चांदी की कीमत 31 मई को ₹97,458 प्रति किलोग्राम थी, जो 7 जून तक बढ़कर ₹1,05,285 प्रति किलो हो गई। ₹7,827 प्रति किलो की यह रिकॉर्ड बढ़ोतरी मौजूदा आर्थिक अस्थिरता के कारण निवेशकों के लिए सुरक्षित विकल्प के रूप में चांदी की मांग बढ़ने का संकेत दे रही है।
सोने की ताजा दरें (7 जून 2025)
शहर | 24 कैरेट (₹/10 ग्राम) | 22 कैरेट (₹/10 ग्राम) |
---|---|---|
दिल्ली | ₹98,120 | ₹89,950 |
मुंबई | ₹97,970 | ₹89,800 |
कोलकाता | ₹97,970 | ₹89,800 |
चेन्नई | ₹97,970 | ₹89,800 |
BIS हॉलमार्क के साथ खरीदारी करें
जब भी आप सोने या चांदी की खरीदारी करें, तो सुनिश्चित करें कि इससे BIS (Bureau of Indian Standards) से प्रमाणित किया गया है। BIS द्वारा प्रमाणित गोल्ड में हॉलमार्किंग अनिवार्य होती है, जिसमें 6 अंकों का यूनिक कोड (HUID) अंकित होता है। यह कोड सोने की शुद्धता और उसकी कैरेट की पुष्टि करता है।
महत्वपूर्ण वजहें: वैश्विक अनिश्चितता और डॉलर की कमजोरी
सोने और चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी के पीछे बहुत सारे कारण हैं। कमजोर डॉलर, आर्थिक अनिश्चितता और महंगाई की चिंताओं के कारण निवेशक वैकल्पिक सुरक्षित विकल्पों पर ध्यान दे रहे हैं। ऐसे समय में, सोना और चांदी सुरक्षित निवेश के रूप में देखे जाते हैं। इससे न केवल मांग में वृद्धि हो रही है, बल्कि वैश्विक सप्लाई चेन में बाधाएं भी कीमतों को ऊपर धकेल रही हैं।
निवेशकों के लिए सुझाव: सोना-चांदी खरीदने का सही समय?
इस तेजी के बीच निवेशकों का सवाल है कि क्या अभी खरीदना सही रहेगा। विशेषज्ञों का मानना है:
- लंबी अवधि के लिए निवेश करने वालों के लिए सोना और चांदी सुरक्षित विकल्प हैं।
- बाजार में थोड़ी मुनाफा वसूली हो सकती है, इसलिए धैर्य रखें।
- खरीदारी से पहले कीमतों की तुलना और HUID सत्यापन को सुनिश्चित करें।
त्योहारों और शादी की सीजन में मांग में वृद्धि
आगामी शादी और त्योहारों के मौसम की वजह से ज्वैलरी की मांग में वृद्धि की उम्मीद जताई जा रही है। यदि मौजूदा वैश्विक रुझान ऐसे ही रहते हैं, तो अगले दो हफ्तों में सोने की कीमत ₹99,000 और चांदी की कीमत ₹1,10,000 प्रति किलो तक जा सकती है।
वर्तमान सोने और चांदी की कीमतें न केवल निवेशकों की मानसिकता को प्रभावित कर रहीं हैं, बल्कि यह ज्वैलर्स और उद्योग के लिए भी महत्वपूर्ण संकेत हैं। ज्वैलरी की खरीददारी के दौरान, निवेशकों को सतर्कता बरतने और संभावित लाभ का ध्यान रखना चाहिए।