हरियाणा में आवारा पशुओं पर कड़ा एक्शन: जुर्माना और GPS टैगिंग लागू!

हरियाणा में आवारा पशुओं पर कड़ा एक्शन: जुर्माना और GPS टैगिंग लागू!

हरियाणा की आवारा पशु नीति: सड़कों पर काबू पाने के कदम

हरियाणा की नायब सैनी सरकार ने हाल ही में सड़कों पर घूमने वाले आवारा पशुओं के मामले में कठोर कदम उठाने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने नगर निगम अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि इस मुद्दे पर अब सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह कदम हरियाणा में सड़क दुर्घटनाओं और ट्रैफिक जाम की बढ़ती घटनाओं को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। आइए जानते हैं नए नियमों और कदमों के बारे में अधिक जानकारी।

खुले में छोड़े पशु पर अब लगेगा भारी जुर्माना

इस नई नीति के अंतर्गत, यदि कोई डेयरी संचालक या पशु मालिक अपने पशु को सड़क पर खुला छोड़ता है, तो उसे पहले बार में 5,000 रुपए, दूसरी बार में 11,000 रुपए और तीसरी बार में 21,000 रुपए जुर्माना लगाया जाएगा। पहले यह जुर्माना मात्र 500 रुपए था, लेकिन अब यह राशि काफी बढ़ गई है। यह कठोर कदम उन लोगों के लिए है जो बार-बार अपने पशुओं को सड़कों पर छोड़ते हैं।

निगम आयुक्तों को भेजे गए पत्र

मुख्यमंत्री ने नगर निगम आयुक्तों को आदेश दिए हैं कि इस नीति को सख्ती से लागू किया जाए। उन्हें निर्देशित किया गया है कि इस आदेश के अधीन सड़क हादसे, ट्रैफिक जाम और जनहानि जैसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए ठोस कदम उठाएं।

पूरे प्रदेश में लागू होगी GPS टैगिंग प्रणाली

सीएम नायब सैनी द्वारा दिए गए निर्देशों के तहत, हरियाणा में लावारिस पशुओं की पहचान और निगरानी के लिए GPS टैगिंग प्रणाली को लागू किया जाएगा। इस तकनीक के जरिए डेयरी संचालकों पर निगरानी रखी जाएगी ताकि बार-बार पशु को खुला छोड़ने की प्रवृत्ति को रोका जा सके।

SOP तैयार करने के निर्देश

शहरी स्थानीय निकाय विभाग को एक मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार करने के लिए कहा गया है। यह SOP लावारिस पशुओं की पहचान, स्थानांतरण के लिए जगहों की पहचान और पशुओं के स्थानांतरण के दौरान देखभाल की व्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करेगी। इसमें निम्नलिखित बिंदु शामिल होंगे:

  • लावारिस पशुओं की पहचान और टैगिंग
  • पशुओं के स्थानांतरण के लिए उपयुक्त जगहों की पहचान
  • स्थानांतरण प्रक्रिया के दौरान देखभाल की व्यवस्था
  • गौशाला मालिकों की जिम्मेदारी तय करना
  • समयबद्ध तरीके से स्थानांतरण की प्रक्रिया सुनिश्चित करना

पंचायत भूमि पर बनेगी नंदीशाला और गौशाला

मुख्यमंत्री ने सभी नगर निगम आयुक्तों को निर्देश दिए हैं कि गांव और पंचायत की खाली भूमि को चिन्हित किया जाए, जहां नंदीशाला और गौशाला बनाने की उचित व्यवस्था की जा सके। यह सुनिश्चित करेगा कि लंबे समय तक लावारिस पशुओं की समस्या का समाधान हो सके।

नए गौ संरक्षण अभियान की शुरुआत

गौ संरक्षण अभियान के अंतर्गत, जो नए पशु गौशालाओं या नंदीशालाओं में ट्रांसफर किए जाएंगे, उन्हें GPS टैगिंग सिस्टम द्वारा ट्रैक किया जाएगा। इससे पशुओं की सही स्थिति की निगरानी करना आसान होगा और जो लोग बार-बार उन्हें सड़कों पर छोड़ते हैं, उन पर प्रभावी तरीके से कार्रवाई की जा सकेगी।

हरियाणा के ये नए नियम न केवल आवारा पशुओं की समस्या का समाधान करेंगे, बल्कि सड़क सुरक्षा को भी बढ़ावा देंगे। इससे न केवल जानवरों को बेहतर देखभाल मिलेगी, बल्कि लोगों की जान-माल के नुकसान को भी कम किया जा सकेगा।

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *