गर्मियों की छुट्टियों में घर की सुरक्षा: गाजियाबाद पुलिस की नई पहल!
बीट पुलिसिंग प्रणाली: छुट्टियों में घरों की सुरक्षा के लिए एक नया समाधान
गर्मी की छुट्टियों का समय नजदीक है, और अगर आप अपने परिवार के साथ कहीं घूमने का योजना बना रहे हैं, तो निश्चित रूप से आपकी चिंता बढ़ जाती है कि घर में कोई चोरी न कर ले। इस समस्या का समाधान अब गाजियाबाद की लिंक रोड थाना पुलिस ने बीट पुलिसिंग प्रणाली को सक्रिय रूप से लागू करके निकाला है। यह पहल न केवल आपके घर की सुरक्षा सुनिश्चित करती है, बल्कि आपको मानसिक शांति भी प्रदान करती है।
पार्क में हुई बैठक, लोगों ने जताई चिंता
हाल ही में रामप्रस्थ कॉलोनी में बीट पुलिस ऑफिसर (BPO) एसआई अपराजिता, ललिता और कांस्टेबल दयानंद ने स्थानीय नागरिकों के साथ बैठक की। इस बैठक में लोगों ने अपने बंद घरों में चोरी के बढ़ते मामलों के प्रति चिंता व्यक्त की। ताजगी भरी सुबह में स्थानीय लोगों ने अपनी समस्या को साझा किया, और पुलिस ने उनकी चिंताओं को गंभीरता से लिया।
पुलिस ने दिया भरोसा, करेगी निगरानी
पुलिस ने आश्वासन दिया कि जो लोग छुट्टियों में अपने घर से बाहर जाएंगे, उनके घरों की निगरानी की जाएगी। इसके लिए एक विशेष व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है। यहां पर लोग अपने यात्रा की जानकारी साझा करेंगे। इससे पुलिस को यह जानकारी मिलेगी कि किसका घर खाली है और इसलिए वे वहां विशेष ध्यान दे सकें।
- सुरक्षित घुमने के लिए पुलिस का साथ
- घर की स्थिति का नियमित अपडेट
- आसपास की निगरानी
चीता मोबाइल से बढ़ेगी सुरक्षा गश्त
इस प्रणाली के तहत, उन घरों के आसपास पुलिस गश्त बढ़ाएगी जहां परिवार बाहर गया है। चीता मोबाइल यूनिट नियमित रूप से उन क्षेत्र में दौरे करेगी। इस तरह पुलिस चोरों और असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर नजर रख सकेगी। इससे न केवल स्थानीय लोग बल्कि पुलिस भी सुरक्षित महसूस करेंगे।
वरिष्ठ नागरिकों को भी मिलेगी प्राथमिकता
थाना प्रभारी प्रीति सिंह ने बताया कि क्षेत्र के कई बुजुर्ग अकेले रहते हैं। ऐसे में अगर कोई बूढ़ा बीमार है या किसी मदद की आवश्यकता है, तो बीट पुलिस ऑफिसर तुरंत मौके पर पहुंचकर दवा, एंबुलेंस या अन्य सहायता में मदद करेंगे। वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा और देखभाल पुलिस की प्राथमिकता होगी।
सीधे संपर्क में रहेंगे बीट ऑफिसर
प्रत्येक बीट पुलिस ऑफिसर को अपने क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिकों के फोन नंबर प्रदान किए गए हैं। एक कॉल पर त्वरित मदद प्रदान करने के लिए, पुलिस ने नागरिकों से भी आग्रह किया है कि वे अपने किरायेदार, घरेलू सहायक आदि का सत्यापन कराएं। इससे संदिग्ध गतिविधियों की जांच में मदद मिलेगी।
स्थानीय लोगों ने जताया आभार
रामप्रस्थ विकास समिति के प्रधान कवलजीत सिंह ने इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि इससे नागरिकों को मानसिक शांति मिलेगी। इसमें उपस्थित कई अन्य लोगों ने भी इस पहल की सराहना की।
बीट पुलिसिंग का उद्देश्य – जनता से सीधा संवाद
पुलिस कमिश्नर जे. रविंद्र गौड़ द्वारा शुरू की गई बीट पुलिसिंग व्यवस्था अब सरहदों से आगे बढ़कर सामुदायिक स्तर पर असर डाल रही है। यह प्रणाली नागरिकों की समस्याओं का समाधान जल्दी करने में सहायता करती है।
डीसीपी निमिष पाटील ने दी अपील
ट्रांस हिंडन क्षेत्र के डीसीपी निमिष पाटील ने कहा, “इस पहल का वास्तविक सफल होना जन सहयोग के बिना संभव नहीं है।” उन्होंने नागरिकों को बीट ऑफिसर से संपर्क में रहने, समूह में शामिल होने और जरूरी सत्यापन प्रक्रियाओं को समय पर पूरा करने की अपील की।
इस प्रकार, बीट पुलिसिंग प्रणाली ने एक नई दिशा दी है, जहां पुलिस और सामुदायिक सदस्यों के बीच बेहतर संवाद और सुरक्षा की दृष्टि से एकजुटता का अनुभव किया जा सकता है। अपने परिवार के साथ छुट्टियाँ मनाने का समय आए, तो निश्चिंत रहें, पुलिस आपकी सुरक्षा में तत्पर है।