इंदौर: रिश्तेदारों ने महिला से की 54 लाख की ठगी, उकसाया आत्महत्या के लिए!

इंदौर में हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जो हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि हम अपने करीबी रिश्तेदारों पर कितना विश्वास करते हैं। एक महिला, दीपा पांडे, ने अपने रिश्तेदारों के खिलाफ ठगी और आत्महत्या के लिए उकसाने का कार्यवाही की है। आइए इस घटना की गहराई में जाते हैं और जानते हैं कि असल में क्या हुआ।
घटना का संक्षिप्त विवरण
लसूडिया थाना क्षेत्र की रहने वाली दीपा पांडे ने शिकायत की है कि उसके रिश्तेदार, ऋतिक उर्फ सत्यम मिश्रा, उसकी मां बीना देवी और पत्नी पूर्णिमा उर्फ नेहा मिश्रा ने मिलकर उसे लगभग 54 लाख रुपयों की ठगी से नवाज़ा। यह रकम नकद और जेवरात के रूप में थी। बताया जा रहा है कि यह सभी लोग मिलकर दीपा को ठगने की साजिश रचते थे, जो अंततः उसके लिए भयानक साबित हुई।
पीड़ित का बयान
दीपा का कहना है कि शुरुआत में तो वह अपने रिश्तेदारों पर पूरा विश्वास कर रही थी। लेकिन जब उसे ठगी का एहसास हुआ तो उसके होश उड़ गए। उन्होंने बताया कि आरोपी ने उसे यह विश्वास दिलाया कि वे उसे कुछ निवेश में मदद करेंगे, लेकिन अंत में पैसे लेकर भाग गए। वह समिति, ऋण, और अन्य योजनाओं में निवेश कराने का झूठा सपना दिखाते रहे, जो अंततः एक धोखा साबित हुआ।
क्या है पुलिस की कार्रवाई?
पुलिस ने दीपा की शिकायत के आधार पर तुरंत कार्रवाई की। टीआई तारेश सोनी के अनुसार, सभी तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने साक्ष्यों को इकट्ठा करना शुरू कर दिया है ताकि आरोपियों को उचित सजा मिल सके।
आरोपियों की जानकारी
- ऋतिक उर्फ सत्यम मिश्रा: आरोपी ने धोखाधड़ी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- बीना देवी: ऋतिक की मां, जिसने सहयोग किया।
- पूर्णिमा उर्फ नेहा मिश्रा: ऋतिक की पत्नी, जो इस साजिश में शामिल थी।
धोखाधड़ी से कैसे बचें?
इस तरह की घटनाओं से सुरक्षित रहने के कुछ टिप्स यहां दिए गए हैं:
- विश्वास की जांच: किसी भी आर्थिक लेन-देन से पहले अपने रिश्तेदारों और दोस्तों की पृष्ठभूमि की जांच करें।
- निवेश की सावधानी: किसी भी प्रकार के निवेश के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करें। ज़रा भी संदेह होने पर आगे न बढ़ें।
- लिखित दस्तावेज़: सभी लेन-देन और समझौतों को लिखित रूप में रखें।
निष्कर्ष
इस घटना ने हमें यह सीख दी है कि रिश्ते मजबूत होते हैं, लेकिन इसके साथ-साथ सतर्कता भी आवश्यक है। एक करीबी रिश्तेदार भी कभी-कभी धोखा दे सकता है, इसलिए सभी लेन-देन को सावधानीपूर्वक करना चाहिए। इंदौर पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की है, और उम्मीद है कि पीड़िता को न्याय मिलेगा।