RBI ने कहा: ₹10 के सभी सिक्के हैं वैध, अफवाहों पर लगाई रोक!

RBI ने कहा: ₹10 के सभी सिक्के हैं वैध, अफवाहों पर लगाई रोक!

आरबीआई के मुद्रा सिक्के: दस रुपये के सिक्कों को लेकर पिछले कुछ वर्षों से देशभर में काफी भ्रम और अफवाहें फैली हुई हैं। दुकानदारों और व्यापारियों के द्वारा इन सिक्कों को नकली या अमान्य बताने के चलते, आम जनता को न केवल परेशानी उठानी पड़ रही है, बल्कि कई बार उन्हें अपमान का सामना भी करना पड़ रहा है। इस समस्या को देखते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने हाल ही में स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किया है।

आरबीआई का स्पष्ट संदेश

आरबीआई ने घोषणा की है कि ₹10 के सभी डिज़ाइन के सिक्के पूरी तरह से वैध और कानूनी मुद्रा (Legal Tender) हैं। अब तक कुल 14 विभिन्न डिज़ाइनों में ₹10 के सिक्के जारी किए जा चुके हैं। कोई भी व्यक्ति, व्यावसायिक प्रतिष्ठान या व्यापारी इन सिक्कों को स्वीकार करने से इंकार नहीं कर सकता। अगर कोई ऐसा करता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। इस बेहिसाब परेशानियों के बीच, आरबीआई का यह माना गया कि यह कदम विवादों को खत्म करने में मदद करेगा।

सिक्कों पर फैली अफवाहें क्यों?

सोशल मीडिया और झूठी खबरों के चलते लोगों के बीच यह भ्रांति पैदा हो गई थी कि कुछ डिज़ाइन वाले ₹10 के सिक्के नकली हैं या उनके पास मान्यता नहीं है। यह अधिकतर मिथक ऐसे समय में एंटरटेनमेंट हुआ, जब विशेषकर दुकानदारों और सार्वजनिक परिवहन सेवाओं के कंडक्टरों ने इन सिक्कों को लेना बंद कर दिया। आरबीआई के स्पष्ट प्रयासों से इन अफवाहों पर अब रोक लग गई है।

कैसे पहचानें असली और नकली ₹10 का सिक्का?

डिज़ाइन और नक्काशी पर ध्यान दें:

  • असली सिक्के के एक तरफ अशोक स्तंभ होता है और नीचे “भारत” और “India” लिखा होता है।
  • दूसरी तरफ ₹10 अंकित होता है, और साथ में विभिन्न प्रतीकों जैसे कमल का फूल, कृषि या ऊर्जा का चिन्ह हो सकता है।
  • किनारों पर सूक्ष्म धारियां होती हैं। नकली सिक्कों में वर्तनी की गलतियां और धुंधली नक्काशी देखी जा सकती है।

धातु और रंग की जांच:

  • असली ₹10 का सिक्का बाइ-मेटैलिक होता है:
    • बाहरी रिंग: एल्युमिनियम-ब्रॉन्ज
    • अंदरूनी हिस्सा: निकल-ब्रॉन्ज
  • इसका रंग चमकदार और एकसमान होता है। नकली सिक्कों का रंग अक्सर फीका या असामान्य हो सकता है।

वजन और आकार की जांच:

  • असली सिक्के का वजन संतुलित और स्थिर होता है।
  • नकली सिक्के अक्सर बहुत हल्के या ज्यादा भारी हो सकते हैं।
  • आकार में भी मामूली अंतर पाया जा सकता है।

गिरने पर आवाज से पहचानें:

  • असली सिक्के को गिराने पर स्पष्ट धात्विक ध्वनि आती है।
  • नकली सिक्कों से अक्सर खोखली या मद्धम आवाज सुनाई देती है।

चुंबकीय प्रभाव की जांच:

  • असली ₹10 का सिक्का हल्का चुंबकीय प्रभाव दिखाता है।
  • नकली सिक्के या तो पूरी तरह चिपक जाते हैं या उसमें कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखाई देती है।

क्या करें यदि कोई ₹10 का सिक्का लेने से मना करे?

आरबीआई के अनुसार, ₹10 के सिक्कों को स्वीकार न करना कानूनी उल्लंघन है। यदि कोई व्यापारी या संस्था आपको ₹10 का सिक्का लेने से मना करने लगे, तो आप आरबीआई की हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

आरबीआई का टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर

यदि आपको कभी भी किसी ₹10 के सिक्के को लेकर असमंजस हो, तो आरबीआई का टोल-फ्री नंबर 14440 डायल करें। यह एक IVR आधारित ऑटोमेटेड सेवा है। फोन करने के कुछ सेकंड बाद आपको एक कॉल आएगा, जिसमें ₹10 के सिक्कों से जुड़ी सारी जानकारी दी जाएगी।

जनता की अपील: अफवाहों पर ध्यान न दें

आरबीआई ने जनता से अपील की है कि ₹10 के सिक्कों को लेकर फैल रही किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें। सभी 14 डिज़ाइन के सिक्के सरकारी रूप से मान्य और सुरक्षित हैं। अगर किसी को कोई संदेह हो, तो आधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें।

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