हरियाणा में नकली घी की फैक्ट्री पर छापे में चौकाने वाले खुलासे!
गhee Factory Raid: हरियाणा के हांसी में बुधवार को नकली घी बनाने की एक बड़ी फैक्ट्री का पर्दाफाश हुआ। सीएम फ्लाइंग टीम और खाद्य सुरक्षा विभाग की संयुक्त कार्रवाई में यह फैक्ट्री नगर परिषद कार्यालय के पीछे अवैध रूप से संचालित होती पाई गई। फैक्ट्री से सैकड़ों लीटर नकली घी और नामी ब्रांड के टीन, डिब्बे बरामद किए गए। यह एक गंभीर अपराध है जो न केवल उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, बल्कि खाद्य मानकों का उल्लंघन भी है।
सीएम फ्लाइंग ने दबिश देकर फैक्ट्री को किया सील
इस कार्रवाई का नेतृत्व सीएम फ्लाइंग हिसार की इंचार्ज उप निरीक्षक सुनैना रानी ने किया। उनके साथ खाद्य सुरक्षा अधिकारी पवन चहल और पुलिस बल भी मौजूद रहा। टीम ने मौके पर पहुंचकर फैक्ट्री को चारों ओर से घेर लिया और अंदर चल रही गतिविधियों की तलाशी ली गई। यह कदम निश्चित रूप से कानून के प्रति जिम्मेदारी का परिचायक है। खासकर तब जब ऐसा सौदा जन स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकता है।
केमिकल और रासायनिक घी बनाने की सामग्री बरामद
छापेमारी में टीम को नकली घी तैयार करने में इस्तेमाल हो रही सामग्री, केमिकल, खाली डिब्बे और पैकिंग सामग्री मिली। इनमें से कई डिब्बों पर प्रसिद्ध कंपनियों के नाम और लोग भी छपे हुए थे, जिससे यह अंदेशा और पक्का हो गया कि ये उत्पाद बाजार में ब्रांडेड घी के रूप में बेचे जा रहे थे।
- नकली घी में इस्तेमाल होने वाले केमिकल की सूची:
- पाम ऑइल
- बायोडीजल
- अन्य रासायनिक मिश्रण
लोगों की सेहत से हो रहा था गंभीर खिलवाड़
फूड सेफ्टी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह घी यदि बाजार में पहुंचता तो लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकता था। मौके से लिए गए सैंपल लैब जांच के लिए भेजे गए हैं। जिनकी रिपोर्ट के आधार पर खाद्य अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह एक गंभीर चुनौती है और इस पर तुरंत काम करने की आवश्यकता है।
गोदाम से मिला हजारों लीटर घी का कच्चा माल
जब टीम ने फैक्ट्री से सटे गोदाम का ताला खुलवाया, तो वहां का दृश्य देखकर अधिकारी हैरान रह गए। अंदर हजारों लीटर नकली घी और मसालों के खाली रैपर, पैकिंग सामग्री और कंटेनर भरे हुए मिले। इससे पता चलता है कि यह व्यवसाय काफी समय से गुपचुप तरीके से चल रहा था। इस तथ्य ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है।
ब्रांडेड नाम पर चल रहा था नकली कारोबार
जांच में सामने आया कि यह घी ब्रांडेड कंपनियों के नाम से बाजार में बेचा जा रहा था। ताकि उपभोक्ताओं को धोखे में रखा जा सके और मोटा मुनाफा कमाया जा सके। यह न केवल उपभोक्ताओं की जान के लिए खतरा है बल्कि खाद्य मानकों का घोर उल्लंघन भी है।
खाद्य सुरक्षा विभाग ने की सख्त कार्रवाई की तैयारी
फिलहाल मौके से सभी घी, डिब्बे और पैकिंग सामग्री जब्त कर ली गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ FSSAI एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। अधिकारी इस मामले को गंभीर अपराध मानते हुए कानूनी कार्यवाही में जुट गए हैं। इस प्रकार के घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि खाद्य सुरक्षा हमेशा प्राथमिकता होनी चाहिए।
आमजन को दी गई चेतावनी
अधिकारियों ने आम जनता से अपील की है कि घी या अन्य खाद्य सामग्री खरीदते समय ब्रांड की असल पहचान अवश्य करें और अगर कोई संदेह हो तो तुरंत फूड सेफ्टी विभाग को सूचित करें। इस कार्रवाई का उद्देश्य न केवल अवैध कारोबार को रोकना है, बल्कि जन स्वास्थ्य की रक्षा करना भी है।
इस तरह के घटनाक्रम न केवल समाज के लिए खतरनाक हैं बल्कि यह बताता है कि हमें अपनी खपत की चीजों के प्रति सतर्क रहना चाहिए। इच्छित ब्रांड से जुड़े उत्पादों की पहचान और उनकी गुणवत्ता को समझने के लिए हम सभी को जागरूक रहना आवश्यक है।