मौसम का चौंकाने वाला बदलाव: मई में 54 मिमी बारिश, क्या आएगा मानसून?

मौसम का चौंकाने वाला बदलाव: मई में 54 मिमी बारिश, क्या आएगा मानसून?

अंदाज-ए-मौसम: मई में अब तक 54 मिमी बारिश का असर

उज्जैन में मौसम का हाल इन दिनों कुछ खास है। मई के दूसरे सप्ताह से शुरू हुए मौसम के बदलाव ने लोगों के चेहरे पर एक नई चमक ला दी है। इस महीने में अब तक 54 मिमी यानी लगभग 2 इंच बारिश हो चुकी है, जिससे गर्मी से राहत मिली है। हालांकि, शुरुआती दिनों की सूरज की तेज़ किरणों ने शहरवासियों को पसीना-पसीना कर दिया। चलते हैं मौसम के इस नए अंदाज़ की गहराई में।

मौसम में बदलाव की वजहें

शासकीय जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डॉ. राजेंद्र प्रकाश गुप्त के अनुसार, वर्तमान में जो मौसम में बदलाव आ रहा है, उसे प्री-मानसून एक्टिविटी कहा जा सकता है। पिछले कुछ दिनों में वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से उत्पन्न चक्रवात ने बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी लाने का काम किया। यही कारण है कि पिछले कुछ दिनों में बारिश का क्रम जारी है।

  • 1 मई को तापमान 43.4 डिग्री सेल्सियस के रिकॉर्ड तक पहुंचा।
  • 7 मई को बारिश के बाद अधिकतम तापमान में गिरावट आई, जो 29 डिग्री सेल्सियस रहा।
  • मौसम में अब भी बदलाव हो रहे हैं, जिससे मातमी बादलों की आमद जारी है।

अरब सागर में नया सिस्टम

डॉ. गुप्त ने जानकारी दी है कि अरब सागर में एक नया सिस्टम बन रहा है, जिसका असर 20 और 21 मई के आसपास दिखाई दे सकता है। इस सिस्टम की दिशा तय करेगी कि मौसम कैसे रहेगा।हालांकि, झमाझम बारिश की उम्मीद कम है, लेकिन हल्की बूंदाबांदी की संभावना जताई गई है।

नवतपा का प्रभाव

25 मई से नवतपा की शुरुआत होगी, जो 3 जून तक चलेगा। नवतपा में मान्यता है कि सूरज अपने बुलंदी पर होता है और भीषण गर्मी का सामना करना पड़ता है। यदि इस दौरान बारिश होती है तो इसे रोहिणी का खंडित होना कहा जाता है। इस साल, मौसम की गतिविधियों को देखते हुए, यह संभव है कि नवतपा के दौरान भी बारिश देखी जाए।

तापमान का रिकॉड और उसके असर

हाल के दिनों में तापमान में उतार-चढ़ाव तेजी से हो रहा है। 1 मई को जब तापमान 43.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा, तब हर कोई गर्मी की तीव्रता को अनुभव कर रहा था। फिर, 7 मई को बारिश के बाद तापमान में सुधार देखने को मिला। हालाँकि, अब गर्मी फिर से अपना असर दिखाना शुरू कर रही है।

तारीख तापमान (डिग्री सेल्सियस) विवरण
1 मई 43.4 इस मौसम का सबसे उच्चतम तापमान
7 मई 29 बारिश के बाद का तापमान

संक्षेप में, इस मई माह में मौसम ने कई रंग दिखाए हैं। उगते सूरज की तपिश से लेकर बारिश की सौम्यता तक के सफर में हमें बहुत कुछ देखने को मिला है। आगे का मौसम और क्या रंग लाएगा, यह तो आने वाला समय ही बताएगा। लेकिन फिलहाल, तो मौसम की यह गतिविधियाँ एक ताजगी भरी हवा की तरह हैं, जो गर्मियों के मौसम की चपेट में आ चुके लोगों को राहत दे रही हैं।

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