उत्तर प्रदेश में बिजली चोरी पर कार्रवाई: 5 लाख से अधिक की वसूली!
Bijli Chori Checking: उत्तर प्रदेश के विद्युत वितरण खंड चतुर्थ क्षेत्र के तीन गांवों – बारा, गरुवा मकसूदपुर और देवरिया में हाल ही में बिजली विभाग ने एक व्यापक चेकिंग अभियान चलाया। इस अभियान का उद्देश्य विद्युत चोरी, बकाया भुगतान, और अन्य अनियमितताओं का पता लगाना था। यह अभियान अधिशासी अभियंता गोपीचंद्र के नेतृत्व में चलाया गया और टीम ने प्रभावी रूप से कई उपभोक्ताओं पर कार्रवाई की। कोविड-19 के बाद, जहां सभी चीजें सामान्य हो रही हैं, विद्युत विभाग ने यह सुनिश्चित करने के लिए अपना कदम बढ़ाया है कि उपभोक्ता बिजली का उपयोग सही धंग से करें।
बारा गांव में अवैध कनेक्शनों का खुलासा
बारा गांव में चलाए गए जांच के दौरान बिजली चोरी के चार मामले सामने आए। विभाग ने इस संबंध में एफआईआर दर्ज की और 15 उपभोक्ताओं के कनेक्शन काट दिए जिनका बकाया बिल चुकता नहीं हुआ था। इसके अतिरिक्त, यहां 2 लाख 60 हजार रुपये की राजस्व वसूली भी की गई। बड़े पैमाने पर जांच से पता चला कि उपभोक्ताओं का विद्युत भार अब विज्ञान तर्क के अनुसार उनके खपत से मेल नहीं खा रहा था।
गरुवा मकसूदपुर में कठोर क्रियाविधियों का प्रबंधन
गरुवा मकसूदपुर की स्थिति भी कुछ अलग नहीं थी। यहां चार मामलों में बिजली चोरी की जानकारी मिली और तुरंत मुकदमे दर्ज किए गए। 22 उपभोक्ताओं के कनेक्शन कटे और 12 का विद्युत लोड बढ़ाया गया। इसके साथ ही, 7 उपभोक्ताओं के मीटर को उनके परिसर से बाहर शिफ्ट कर दिया गया जिससे भविष्य में कोई गड़बड़ी न हो। यह प्रयास बिजली चोरी के मामलों को कम करने के लिए किया गया। इस गांव से 1 लाख 22 हजार रुपये की वसूली भी की गई।
देवरिया गांव में बिजली चोरी का पर्दाफाश
देवरिया गांव में विभाग के दल ने पांच उपभोक्ताओं को बाईपास के जरिए बिजली चोरी करते हुए पकड़ा। इन पर भी विभागीय कार्रवाई की गई और 1 लाख 25 हजार रुपये की वसूली की गई। उल्लेखनीय है कि यहां भी उपभोक्ताओं का लोड बढ़ाया गया। इस सार्वजनिक अभियान ने यह संदेश दिया कि विभाग अब चुप नहीं बैठने वाला है और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कुल आंकड़ा: एक निष्कर्ष
इस जांच अभियान में तीनों गांवों में कुल 13 उपभोक्ताओं पर बिजली चोरी के संबंध में मुकदमे दर्ज किए गए। इसके साथ ही, 37 उपभोक्ताओं के बिजली कनेक्शन काटे गए और 22 का भार बढ़ाया गया। कुल मिलाकर, विभाग ने इस कार्यक्रम में 5 लाख 70 हजार रुपये की राजस्व वसूली की। विभाग में शामिल अन्य अधिकारियों में एसडीओ लोकेश कुमार लोक, जेई इंद्रजीत पटेल, और अन्य सहयोगी शामिल थे।
भविष्य की योजनाएँ
इस व्यापक कार्रवाई के बाद, बिजली विभाग ने साफ किया है कि भविष्य में ऐसी चेकिंग अभियान जारी रहेंगे। उपभोक्ताओं को चेतावनी दी गई है कि वे समय पर अपने बिजली बिल का भुगतान करें और बिजली का सही उपयोग करें। विभाग की यह कार्रवाई यह सुनिश्चित करेगी कि केवल सही और वैध उपभोक्ता ही बिजली का लाभ लें।
बिजली उपभोक्ताओं के लिए सलाह
- बिजली की कोई तकनीकी समस्या होने पर तुरंत शिकायत दर्ज कराएं। चोरी का रास्ता न अपनाएं।
- बिल समय पर जमा करें और बकाया से दूर रहें।
- मीटर में छेड़छाड़ या बाईपास से बचें।
- अगर खपत बढ़ गई हो, तो लोड बढ़वाने के लिए आवेदन करें।
बिजली चोरी का मुद्दा केवल विभाग के लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक बड़ी समस्या बन चुका है। हम सभी का यह कर्तव्य है कि हम विद्युत का उपयोग उचित रूप से करें और विभाग के साथ सहयोग करें।